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रोमियो - परमेश्वर के वचन को न केवल सुननेवाले, परन्तु उस अनुसार कार्य करने वाले बनो|
याकूब की पत्री का अध्ययन (डॉक्टर रिचर्ड थॉमस द्वारा)

अध्याय V

धन दौलत के विरूद्ध चेतावनी (याकूब 5:1-6)


याकूब 5:1-6
1 हे धनवानों सुन तो लो; तुम अपने आनेवाले क्लेशों पर चिल्लाकर रोओ | 2 तुम्हारा धन बिगड़ गया और तुम्हारे वस्त्रों को कीड़े खा गए | 3 तुम्हारे सोने- चांदी में काई लग गई है; और वह काई तुम पर गवाही देगी, और आग की नाई तुम्हारा मांस खा जाएगी: तुम ने अंतिम युग में धन बटोरा है | 4 देखो, जिन मजदूरों ने तुम्हारे खेत काटे, उन की वह मजदूरी जो तुम ने धोखा देकर रख ली है चिल्ला रही है, और लवनेवालों की दोहाई, सेनाओं के प्रभु के कानों तक पहुंच गई है | 5 तुम पृथ्वी पर भोग-विलास में लगे रहे और बड़ा ही सुख भोगा; तुम ने इस वध के दिन के लिए अपने हृदय का पालन- पोषण करके मोटा ताजा किया |6 तुम ने धर्मी को दोषी ठहराकर मार डाला;वह तुम्हारा सामना नहीं करता |

गरीब हमेशा हमारे साथ हैं;अमीर कभी भी दूर नहीं है | यहाँ तक कि दुनिया के सबसे अधिक निर्धन शहरों में अमीर दिन के समय गरीबों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर रहते हैं; जबकि रात के समय वे अपने आरामदायक अड्डो या घरो को, अपने जरूरतमंद साथी- शहरवासियों को अपनी दृष्टी से व दिमागों से बाहर निकालकर चले जाते हैं | क्या वचन 4:13 में दिया गया गुणवत्ता मानपत्र और 5:1 में की गई निंदा के बीच कोई सम्बन्ध है ? आरम्भ का पदबंध ‘आओ अब’ दोनों में एक समान है, और सख्त चेतावनी की सूचना देता है | हालाँकि दोनों समूह एक समान नहीं है, वे सम्पन्नता की खोज में और परमेश्वर से उनकी अरूचि में एक समान हैं | इन समूहों में पहले सौदागरों,उसके बाद शोषण करने वालों, जमींदारों – जिन्हें आजकल हम विकसित करनेवाले कहते हैं, आते हैं |

प्राचीन ईसाई समागमों के सदस्यों में कुछ धनी महत्वपूर्ण व्यक्ति नहीं हुआ करते थे (1:10; 2:2)| हमने आशा की थी कि कुछ लोग अपने सांसारिक जीवनों से ऊपर उठे और किरायेदारों व मजदूरों के साथ उनके व्यवहार बदले और हो सकता है कि वे बरनबास के उदाहरण की नकल करें |( प्रेरितों के काम 4:36,37)| स्पष्टतया बहुत से उसमें असफल थे,और विधर्मियों का व्यवहार अधिकांशतया उन्हें उनकी पसंद का लगा था | साफ़ - साफ़ मुंह पर बोलने की विशेषता के साथ याकूब अमीर लोगों के पास प्रत्येक वस्तु अधिक होने के लिए उनपर दोषारोपण करते हैं, और आगे उनके साथ जो होनेवाला है उसके लिए रोने व विलाप की चेतावनी देते हैं | अंग्रेजी के शब्द ululate अर्थात विलाप करना, यूनानी शब्द Howl अर्थात चीखने का सजातीय शब्द प्रस्तुत करता है, यह अस्पष्टरूप से गाते हुए विलाप करने जैसा,जोकि व्यवसायिक शोक करने वाली महिलाएं, दाहकर्म और विवाहों में करती हैं | अभी विलाप करने का समय है, जबकि अभी भी आशा है कि तुम्हारी आत्मा बच सकती है |

किसी व्यक्ति ने यह प्रश्न पूछा होगा कि उपदेशक द्वारा अमीरों का न्याय करने में एक विसंगति है, जब वे आलोचना और दुरूपयोग के विरोध में उन्हें बुरा भला कहते हैं | दो बिंदु (उद्देश्य) बनाने की आवश्यकता है: जैसे पवित्र आत्मा किसी व्यक्ति को प्रेरणा देता है वैसा वह कह सकता है; यह परमेश्वर ही हैं जो न्याय और सतर्क कर सकते हैं | हमें उनसे तर्क वितर्क करने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए | अधिकतर दोषारोपण सीधे रूप से किसी एक व्यक्ति पर नहीं होता है | कुछ लोगों को अलग अलग किसी बात के बारे में विवरण देकर,उस बात के बारे में यह निर्णय लेने दें कि उनके विरुध्द लगाये गये अभियोग सही हैं या नहीं हैं |हो सकता है वह अपने कंधे उचकाए और अपने आपको ही धोखा दे कि इस मामले से उसका सम्बन्ध नहीं है (1:22); या यह हो सकता है कि वह अपनी गलती मान ले और इसके पहले कि बहुत देर हो जाये वह इसकी क्षतिपूर्ति कर दे ( लूका 18:22; 19:8 )| अमीर जवान शासक और जकयास दोनों ने अलग प्रकार का व्यवहार दर्शाया, पहला वाला दुखी होकर चला गया, दूसरे ने अपने हृदय को ,हाथों को, और अपने घर को दूसरों के लिए खोल दिया |

याकूब ने अपने आपको पुराने नियम के महान उपदेशकों की श्रेणी में खड़ा कर लिया है जिनकी बुराई परमेश्वर प्रेरित व उचित दोनों थी | वे बहुत से ऐसे लोगों द्वारा उपेक्षित किये गये थे जिन्होंने ऐसे शब्दों को सुना था जोकि शीघ्र ही होने वाले विनाश को घोषित कर रहे थे | परन्तु उलटे रूप से होनेवाली घटनाएं विनाशी भविष्यवाणी को लाई |

यीशु की शिक्षा का अक्स उस मार्ग के लिए,प्यास व गल जाना तथा जंग लग जाने की उचित क्रियाओं में दिखाई देता है ((2,3 cf. मत्ती 6:19-21)| याकूब ने विशेष रूप से तीन क्रियाओं,पहली अनाज या फल से सम्बन्धित,दूसरी कपड़ों से, और अंतिम सर्राफा(सोना या चांदी ) का उपयोग किया है | कभी ना कभी सोना अपनी चमक खो देता है यह एक बात है; सही अर्थ में यह इसके स्वामी के साथ नष्ट हो जाता है और उसके गहरे दुख या मृत्यु में इसका कोई महत्व नहीं होता है (प्रेरितों के कार्य ८:२०)|

स्वस्थ होने पर यह बेहतर होता है कि धातु के आधार पर अच्छा होता है | उत्तम उत्तम गुण गुण्डा ही (वईट कभार चिट) जोकि सामान्यतया अध्यात्मिक गुण की कमी और सुंदर श्रेष्ठ गुण हैं और इसलिए ये सभी श्रेष्ठ गुण हैं। प्रेम प्रेमा से प्रेम अग्नि शत्रु की जड़ (1 तीमुथियुस 6:10) यह प्रेम आगे चलकर गुणवत्ता है लक्ष्य लक्ष्य, और प्राप्त होने पर खुश होने में खुश होंगे |'️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ फल की बीमारी का पता चलता है | खराब होने वाले सामान की तरह दिखने वाले उदाहरण का उदाहरण इस बात की जानकारी है | छीजना किसी के भी खाते में है | जैसे-जैसे यह बुखार की चपेट में आता है, वैसा ही शरीर में दर्द की समस्या से होता है | कुछ हस्तलिपियों में 'जैसे आग' से जुती है जो कि व्यक्ति की प्रत्येक के अंत में जाने वाले अधिकारी पर चलती है (36) |

संक्षेप में अभियुक्त के विरोध में गुरुत्वाकर्षण के उठते हुए माप के अनुसार चार दावे बनाये गये थे :

  1. तुम्हारे पास खजाने का अम्बार है (26), जिसके बिना कोई अमीरी की राह पर चलना शुरू नहीं कर सकता है |
  2. तुम प्रसन्नता ( ख़ुशी,आनंद ) (5) में रह सकते हो,प्रचुरता के साथ अपरिवर्तनीय का नियम नहीं है |
  3. तुम शोषित किये हुओ की हानि पर (56) उन अभागों के किये गये अनादर के अभ्यारोपण को शामिल करते हुए गुलछर्रे उडा सकते हो |
  4. तुम मासूम लोगों को दण्डित और कुछ उदाहरणों में उनका विनाश करते हो (6)|

वास्तव में, कुछ अमीर लोगों ने सभी प्रकार से अपने अपराधों को स्वीकार किया होगा, परन्तु अध्याय २:१० में जो सिध्दांत दिया गया था, एक छोटा मोटा अपराध एक मनुष्य को परमेश्वर का नियम तोड़ने के अपराध में दोषी प्रस्तुत करने के लिये काफी है |

एक शताब्दी पहले गिरजाघर जाने वाले सफल उद्योगपति लोग एक तुलनीय आकार प्रकार के शोषण का अभ्यास करते थे | धार्मिक दक्षिण निवासी दक्षिण के मध्य में सौ सौ दासों को खरीद लेते थे व उनके साथ बुरा व्यवहार करते थे | समाज सुधारकों की एक टुकड़ी के प्रयासों से जिनमें प्रमुख ईसाई लोग थे, निम्न स्तर की परिस्थितियों में निरंतर सुधार हो रहा था |

क्या यह बुराईयाँ भूतकाल के स्मृति चिन्ह हैं ? वे अब तक चारों ओर फैले हुए हैं | समाचार पत्र समय समय पर ऐसे स्थानों की जानकारी देते हैं जहाँ अन्याय व लूटमार प्रतिदिन :ब्राजील के उत्तरी क्षेत्र में बोलिविआन टिनमैन्स में,दक्षिणी अफ्रीका या भारत में परिआस में बेन्तुस जैसे उपचार इसके उदहारण हैं |हमें सचेत रहना चाहिए व प्रार्थना करना चाहिए कि वे ऐसे कुछ प्रलोभनों में ना पड़े वा खजाने की थप्पी,एशोआराम में रहना, दुष्टता की अंधी आँख में न बदल जाए |

वचन ६ में ‘धार्मिक’शब्द युनानी भाषा में एकवचन में आया है कुछ गिरजाघरों के पुरोहित इसे मसीह का अभिदेश करने के समान मानते है, एक धर्मी जिसे अन्याय द्वारा दोषी ठहरा कर क्रूरतापूर्वक मार डाला | मानो या ना मानो यहाँ सीधा यीशु मसीह का उल्लेख है, उस भले मनुष्य ने अत्याचार और बलिदान द्वारा पीड़ा को सहा (प्रेरितों के कार्य 9:4)| यह हाबिल के लिए कहा जाता है, सबसे पहला अबोध, जिसने पीड़ा को सहन किया और मर गया, कि उसका खून जमीन से परमेश्वर को रोकर पुकार रहा था (उत्पति 4:10)| पवित्र रोटी (विश्राम दिवस ) के परमेश्वर अभी भी उन सभी के रोने को सुनते हैं जिन्होंने दोष ना होते हुए भी पीड़ा को सहन किया,और उस गलती को सुधारा गया ऐसा प्रतीत नहीं होता है (4)| इस संदर्भ में यहोवा शीर्षक का अर्थ वह एक है जो ईश्वरीय कृपा के अपने कार्य के लिए बुलाते हैं | वह अपने लोगों को सुरक्षा देते हैं और उनकी विनतियों को सुनकर उन्हें अनुदान देते हैं (1 शमुएल 1:11)| वह उनके शत्रुओं का बदला चुकायेंगे (1 शमुएल 15:2)| वह अभी हमारे दिनों में भी कर रहे हैं, जल्लादों एवं शोषणकर्ताओं को दंड दे रहे हैं: “बदला लेना मेरा काम है, मैं ही बदला लूंगा” (रोमियों 12:19)|

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